लड़कियों के बारे में कभी ये भी सोचें।
स्त्री के बिना किसी समाज की सर्वांगीण विकास नहीं हो सकता।
समाज में समानता की दिशा में बेटियों का योगदान अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
बेटियाँ समाज की आत्मा होती हैं, उन्हें समर्पित और समझदार बनाएं।
बेटियों को शिक्षा का सबसे बड़ा तोहफा दें, वे समृद्धि की ओर बढ़ेंगी।
समाज में बेटियों के अधिकारों की पालना करना हमारी कर्तव्य है।
माता-पिता का कर्तव्य है कि वे अपनी बेटियों को समय-समय पर सही मार्गदर्शन दें।
बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने का मार्ग दिखाएं, ताकि वे आत्मसात के साथ आगे बढ़ सकें।
बेटी सुन्दरता नहीं, बल्कि शिक्षा और विनम्रता में महत्वपूर्ण होती है।
सजीव फूलों की तरह, बेटियाँ भी गृह का आभूषण होती हैं।