15 अगस्त पर एक कविता  

आज तिरंगा लहराता है अपनी पूरी शान से हमें मिली आज़ादी वीर शहीदों के बलिदान से

आज़ादी के लिए हमारी लंबी चली लड़ाई थी लाखों लोगों ने प्राणों से कीमत बड़ी चुकाई थी

व्यापारी बनकर आए और छल से हम पर राज किया हमको आपस में लड़वाने की नीति अपनाई थी

हमने अपना गौरव पाया, अपने स्वाभिमान से हमें मिली आज़ादी वीर शहीदों के बलिदान से

गांधी, तिलक, सुभाष, जवाहर का प्यारा यह देश है जियो और जीने दो का सबको देता संदेश है

हमें हमारी मातृभूमि से इतना मिला दुलार है उसके आँचल की छैयाँ में छोटा सा ये संसार है

हम न कभी हिंसा के आगे अपना शीश झुकाएँगे सच पूछो तो पूरा विश्व हमारा ही परिवार है

विश्वशांति की चली हवाएँ अपने हिंदुस्तान से हमें मिली आज़ादी वीर शहीदों के बलिदान से