एक मात्र असंभव यात्रा वह है  जिसे आपने कभी शुरू नहीं किया।

ताकत सोच में होती है शरीर में नहीं।

हर व्यक्ति किसी न किसी क्षेत्र में जीनियस होता है, किसी  को जल्दी पता चलता है तो किसी को देर से।

कितना भी  पकड़ लो यह  फिसलता जरूर है, यह वक्त है साहब ! बदलता जरूर है।

प्रयत्नशील रहने से ही सफलता मिलती है, रुका हुआ तो पानी भी सड़ने लग जाता है।

यह हार एक विराम है  जीवन महासंग्राम है।"

अपने कर्म से दोस्ती कर लीजिये  आप बहुत फायदे में रहेंगे। 

यदि आपकी सोच हार गई  तो कोई साधन आपको  नहीं जिता सकता।

विजय उसी को मिलती है  जो दृढ़ता से टिका रहता है। 

असफलता को मार्ग का एक मोड़  समझना चाहिए  ना कि यात्रा की समाप्ति।"