जो पागल यह समझते हैं कि कोई सुन्दर लड़की उनके प्यार के जाल में फँस गई है।
ऐसे लोग प्रेम जाल में अंधे होकर बन्दर की भाँति उसके इशारों पर नाचा करते हैं।
झूठ, बेईमानी, धोखा, फरेब, छल कपट और क्रोध यह औरत के सबसे बड़े दोष माने जाते हैं।
यदि कोई नारी इनमें से किसी एक की भी शिकार हो जाती है तो इसमें हैरान होने की कोई बात नहीं।
ऐसा हो जाना स्वाभाविक है।
औरत कितनी भी बड़ी हो जाए, किन्तु वह अपने को सदा सुन्दर और जवान ही समझती रहती है।
उसकी यही इच्छा होती है कि वह सदा जवान रहें ताकि पुरुष उसके पीछे-पीछे घूमता रहे।
औरत के चेहरे की सुन्दरता और उसके शरीर की बनावट पर ही तो पुरुष मरता है।
यही कारण है कि वह एक औरत के साथ रहते हुए भी किसी दूसरी औरत को बुरी नज़रों से देखता है।
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