गुरू तेरे उपकार का, कैसे चुकाऊ मैं मोल लाख कीमती धन भला, गुरू हैं मेरे अनमोल

आप हमें पढ़ाते हो, आप हमें समझाते हो हम बच्चों का भविष्य आप ही तो बनाते हो

शिक्षक ज्ञान का बीज रोपते हैं, जो जीवन भर रहता है।

आपसे ही सीखा आपसे ही जाना, आप ही को हमने गुरु है माना।

हमें शिक्षित करने के लिए अपने जो कड़ी मेहनत और प्रयत्न किये हैं हम उसके सदा आभारी रहेंगे.

बुद्धिमान को बुद्धि देता अज्ञानी को ज्ञान, शिक्षक ही बना सकता है इस देश को महान।

जब गिरते हैं हम हार कर तो साहस वही बढ़ाते हैं, ऐसे महान व्यक्ति ही शिक्षक कहलाते हैं।

मेरे जैसे ‘शून्य’ को ‘शून्य’ का ज्ञान बताया, हर अंक के साथ ‘शून्य’ जुड़ने का महत्व बताया।

आप सभी को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाऐं