Hindi Horror Stories Real रोंगटे खड़े करने वाली कहानियाँ
दोस्तों अगर आप डरावनी कहानियाँ पढ़ने का शौक रखते हैं तो आप सही जगह आये यहाँ आपके लिए क़रीब 6 छोटी-छोटी डरावनी कहानियाँ दी हुई हैं जिनको आप पढ़ के आनंद ले सकते हैं जो चलिए देर किस बात की Hindi Horror Stories Real कोपढ़ना शुरू कीजिये।
अस्पताल का भूत
एक छोटे शहर में स्थित एक अस्पताल में भूतों की कहानी प्रचलित थी। कहा जाता था कि रात के समय अस्पताल के कुछ कमरों में भूत घूमता है। वहाँ नर्सेस और चिकित्सकों ने भूतों के दिखाए जाने की कई बार रिपोर्ट की थी।
एक रात, एक नर्स रात की ड्यूटी के दौरान अकेली थी। उसे अस्पताल के अंदर एक घंटे तक चक्कर लगाना पड़ता था। उसे एक कमरे से आवाज सुनाई दी। वह उस कमरे में जाकर देखने के लिए द्रविड़ हुई। जब उसने कमरे की दरवाजा खोला, तो उसे देखा कि कोई नहीं था।
थोड़ी देर बाद, उसे फिर से एक आवाज सुनाई दी। यह बार-बार होने लगा। नर्स डर के मारे थरथराने लगी और अस्पताल के बाहर बहुत शोर मचाने लगी। सब लोग दौड़ते हुए आये और उसकी सहायता की। वह नर्स अपनी घटना सुनाई और कहीं न कहीं उसे आत्मा के होने की अनुभूति हुई। यह अस्पताल और उसके कमरे अब भूतों के लिए डर का स्थान बन गए।
डरावनी आवाज
एक बच्चे को रात को नींद नहीं आ रही थी। वह अपने कमरे में अकेला बैठा हुआ था। थोड़ी देर बाद, वह एक डरावनी आवाज सुनाई दी। वह आवाज अचानक तेज हो गई और वह बच्चा डर के मारे अपने माता-पिता के पास दौड़ा।
बच्चा रोते-रोते अपनी घटना सुनाने लगा। माता-पिता ने उसे शांत किया और कहा, “यह तो सिर्फ तेरी आवाज होगी, कोई दुसरा नहीं है।” उन्होंने उसे उसके कमरे में वापस भेजा और कहा, “अब ध्यान से सो, यह आवाज तेरी है, कोई और नहीं है।”
बच्चा डर के मारे सोने की कोशिश करने लगा, और धीरे-धीरे आवाज बंध हो गई। उसकी आवाज सिर्फ उसकी ध्वनि ही थी, जिसे वह डरावनी मान रहा था।
डरावनी रेलगाड़ी
एक आदमी रात को अकेले रेलगाड़ी में सफर कर रहा था। उसका मंचस्थान अकेला ही था। रात के आधी रात को, जब वह सोने की कोशिश कर रहा था, उसे डरावनी आवाज सुनाई दी। आवाज कह रही थी, “तुम मरोगे, तुम मरोगे।”
आदमी डर के मारे हाथ पैर लगाता रह गया और आवाज रुकने के लिए प्रार्थना करता रहा। रेलगाड़ी अगले स्टेशन पर रुकी और उसकी यात्रा समाप्त हो गई। वह उतरकर बाहर आया और डर के मारे ट्रेन की तरफ देखा। वह देखा कि रेलगाड़ी की एक वैगन में एक मृत्यु के घटना का संकेत दिया गया था।
उसे यह समझ में आया कि वह आवाज उसी घटना से जुड़ी थी और वह भाग्य से उस घटना से बच गया था।
हाथी का बच्चा
एक बार एक जंगल में एक हाथी रहता था। वह हाथी बहुत बड़ा था और दिखने में भयंकर भी। एक दिन उसके पास एक छोटा सा हाथी का बच्चा आया। उसका बच्चा बहुत नाड़ान होकर दिखता था।
धीरे-धीरे, उस छोटे हाथी के बच्चे को विचार आया कि उसे अकेले रहने का डर है। वह रोने लगा और अपने माता-पिता को ढूंढ़ने के लिए दौड़ने लगा। उसकी आवाज सुनकर जंगल में दूसरे जानवर घबराए और उसे देखने के लिए आये।
जब उन्होंने छोटे हाथी को देखा, वे भी बहुत डर गए। लोग कहने लगे कि उस जंगल में भूत रहते हैं और वह उन्हें भूत समझकर डरा रहा है। वे सभी आपस में बात करने लगे और इस अंधविश्वास का दूसरे जानवरों को भी प्रभावित किया।
आखिरकार, जंगल की हर जानवर दर गए और वहीं रह गए। बच्चा अकेला रह गया और उसके माता-पिता वहाँ आने वाले किसी के भी डर से मर गए। छोटे हाथी का बच्चा अकेले रह गया और रोता रह गया। उसकी आवाज सुनकर वहाँ से गुजर रहे आदमी ने उसे देखा और उसे अपने साथ ले जाने का फैसला किया। अब वह बच्चा खुश रहता है और उसे दिन-रात माता-पिता की याद आती है।
ख़बरीलाल की ड्रेस
ख़बरीलाल ने एक बड़ी पार्टी के लिए एक नयी सूट ली। उस नयी सूट में वह बहुत शानदार लग रहा था। पार्टी के बाद, वह लोगों के बीच ख़ूब घमंड कर रहा था। उसके दोस्तों ने उसे मजाक उड़ाते हुए कहा, “ख़बरीलाल, तुम्हारी सूट तो बहुत सुंदर है, लेकिन यह सूट एक लड़की की है।” ख़बरीलाल ने उनके मजाक में यह सब कह दिया था।
वह रात को अपने कमरे में आया और सूट को निकालकर रखने के लिए उसे खींचा। जब उसने देखा, तो उसे हैरानी हुई। सूट की जेब में वह एक छोटी सी लड़की की फोटो देख रहा था। वह बहुत घबराया और जल्दी से सूट को फेंक दिया। उसे लगा कि सूट में कोई भूत हो सकता है।
ख़बरीलाल ने अगले दिन दुकानदार से पूछा कि उस सूट में कुछ गड़बड़ है। दुकानदार ने कहा, “वह सूट पहले एक लड़की की थी, लेकिन वह लड़की गहरी बीमारी की वजह से मर गई। उसके परिवार ने उसे सूट के साथ दी थी।” ख़बरीलाल ने यह सुनकर चकित होकर कहा, “फिर तो मुझे भूत की वजह से वह सूट सस्ती मिल गई।”
आईना
एक बार एक लड़का अपने कमरे में अकेले था। उसके पास एक बड़ा आईना था। रात को, जब लड़का बेड पर सो रहा था, उसने देखा कि आईने में कोई और लड़का खड़ा है और उसे देखकर हंस रहा है। लड़का बहुत घबराया और दौड़कर अपने माता-पिता के पास गया।
लड़का रोने लगा और अपने माता-पिता को सब कुछ बताया। माता-पिता ने उसे शांत किया और कहा, “बेटा, तू घबराए बिना सोए। वह तेरी परछाई है, जो कि आईने में दिखती है।” लड़का चकित हो गया और उसने पुनः अपने कमरे में जाकर देखा।
वाकई, वह आईने में अपनी परछाई देख रहा था। लड़का धीरे-धीरे हंसने लगा और समझ गया कि उसकी परछाई उसका दोस्त है, जो कि हमेशा उसके साथ है।
The End – Hindi Horror Stories Real
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